Header Ads

घर-घर जाकर तीन रुपये प्रति किलो की दर से बेचा करते थे आज है 35500 करोड़ से अधिक के मालीक |

 



एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार में जन्मे करसन भाई पटेल का जन्म गुजरात के मेहसाना कस्बे में हुआ, उन्होंने अपना जीवन गुजरात के खान विभाग में लैब एसिस्टेन्ट की नौकरी से शुरू किया। वर्ष 1969 में जब करसन भाई की उम्र मात्र 25 वर्ष थी, उन्होंने घर में ही एक लघु उद्योग स्थापित किया, जिसमें उन्होंने डिटरजेन्ट बनाना शुरू किया।

यह ऐसा समय था, जब बाजार में विदेशी कम्पनियों के ही डिटरजेण्ट मिला करते थे और किसी भारतीय उद्योग द्वारा डिटरजेण्ट बनाने की कल्पना भी न की जा सकती थी।

करसन भाई घर-घर जाकर तीन रुपये प्रति किलो की दर से निरमा डिटरजेण्ट बेचा करते थे। उन्होंने निरमा नाम अपनी बेटी निरूपमा के नाम से लिया। निरमा पाउडर ने डिटरजेण्ट पाउडर की दुनिया में तहलका मचा दिया। व्यक्ति से शुरू इस उद्योग में आज करसन भाई के पास 15000 व्यक्तियों का समूह है। आज निरमा का वार्षिक टर्न ओवर 35500 करोड़ से अधिक है।

करसन भाई हर उस व्यक्ति के लिए सदैव प्रेरणा के स्रोत रहेंगे, जो जीवन में कड़ी मेहनत करके कुछ करने की इच्छा रखते हैं।

फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार, सन् 2005 में करसन भाई की कुल पूँजी 640 मिलियन डॉलर थी।

कोई टिप्पणी नहीं

Thanks for feedback

Blogger द्वारा संचालित.