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अगर आ जाए बुरा वक्त तो इस तरह बने रहिए मजबूत | If bad times come, stay strong like this.

बुरे व्यक्त में हर कोई दुखी और परेशान हो जाता है और यह स्वाभाविक भी है।


क्योंकि बुरे वक्त में इंसान टूट जाता है, उसके सारे विचार लुप्त हो जाते है, और जीवन में हार मान जाता है। लेकिन हमें इस वक्त निराश होने के बजाए जायदा मजबूत होने की जरूरत पड़ती है।

व्यक्तित्व परिचायक 
डॉ. मार्टिंग लूथर किंग जूनियर ने कहा था की किसी व्यक्तित्व का वास्तविक आकलन आराम सुख के दिनों में नहीं, बल्कि चुनौतियों और मुसीबतों के व्यक्त ही होता है। चुनौतियों का सामना करने के लिए हरदम तैयार रहना चाहिए।

तन मन का रखे ध्यान
रोज सुबह ध्यान, योग, प्राणायाम और व्यायाम कीजिए। इससे तंदरूसी के साथ मन सुकून मिलता है। कार्यक्षमता और एकाग्रता बढ़ती है। मुसीबत के व्यक्त इन्ही चीजों की सबसे जायदा जरूरत पड़ती है।

अच्छी बाते याद रखे
मनोविज्ञान कहते है, एक नोट बुक में अपनी पुरानी अच्छी यादें, अच्छे लोगो और अपनी उपलब्धियों को याद करते हुए कुछ पक्तिया रोज लिखे। आप पॉजिटिव बने रहेंगे। यह आदत उपयोग साबित होगी। 

उभारे अपनी शक्तियां
बुरा व्यक्त छिपी हुई मानसिक व शाररिक शक्तियों को बाहर निकालना है। विख्यात विचारक नेपोलियन हिल ने कहा है, महान उपलब्धियां संघर्ष से ही उपजती है। और
स्वामी विवेकानन्द जी ने भी कहा है >



अपनी हॉबी को समय दे
व्यस्त और मस्त रहने के लिए कुछ समय अपनी हॉबी को दे। कुछ समय संगीत, खेलकूद आदि गतिविधियोवके लिए आरक्षित रखे। नए टेलेंट सीखे, कोई पुस्तक पढ़े, नई डिश बनाना सीखे, यानी की जो भी आपको अच्छा लगता है उससे कुछ समय दे।

सही जगह लगाए ऊर्जा
कई चीजों और घटनाओं को रोकना आपके बूते की बात नहीं है। ऐसे में आपको परिस्थितियों को समझना चाहिए और उन्हें कंट्रोल करने में ऊर्जा व्यर्थ करने या अपना मूड खराब करने के बजाए, उनसे उत्पन होने वाले नतीजों से निपटने की योजना या दूसरी महत्वपूर्ण चीजों को संभालने में प्रयत्न करना चाहिए, जो आपके लिए फायदेमंद और उपयोगी है। इस तरह आप बुरे व्यक्त में मजबूत बन सकते हो।

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