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जीवन में ये बदलाव लाने भी जरूरी है-It is also necessary to bring these changes in life

हमारी इस भाग दौड़ की जिंदगी में हम इतने घिरे रहते है की कोई भी काम सोचकर नही करते यानी की ध्यान नहीं लगाते। और काम में बहुत सी गलतियां हो जाती है और हम दूसरे को जिम्मेदार ठहराते है। इसलिए जीवन में ये बदलाव लाने भी जरूरी है...



एक समय पर एक काम करे >

घर परिवार और कामकाज की जिम्मेदारियां इतनी होती है की हम एक साथ बहुत सारे काम करने की सोचते है और करते भी है। और यही से हमारा ध्यान भटकता है और हम एक काम को भी अच्छे से नही कर पाते और गलतियां हो जाती है। इसलिए एक साथ सारे काम करने की आवश्यकता नहीं है।  काम को एक एक करके पूरा करे। सबसे जरूरी काम पहले करे। एक साथ दो काम ना करे, जैसे की आमतौर पर  महिलाएं एक तरफ दूध उबालने के लिए आंच पर रख देती है और दूसरी तरफ मुड़कर सब्जी काटने में व्यस्त हो जाती है। ध्यान भटकने के कारण काम पूरा नहीं होता, उल्टा बिगड़ जाता है। बेहतर होगा की एक काम पर ध्यान लगाया जाए, जिससे काम समय पर पूरा होगा और उलझन भी नही होगी। मिसाल के लिए, जब महिलाएं सब्जी बनाती है तो मसाले एक एक करके नाप तोलकर डालती है। यदि इन्हें जल्दबाजी में डालेंगी तो स्वाद बिगड़ेगा यह तय है। इसी तरह सीढ़ी चढन की भी प्रक्रिया होती है, जिसे छलांग लगाकर नही बल्कि एक एक कदम ध्यान से रखकर ही चढ़ते है। काम को जितना ध्यान लगाकर करेंगे तो उतनी ही जल्दी और आसानी से पूरा होगा। 

आलस न करे >



काम वही पूरा नहीं होता जहा हम आलस दिखा देते है, जहा आलस होगा वहा काम पूरा नहीं होगा। इस बदलती दिनचर्या और काम काज के माहौल में हर इंसान अपने जीवन से निराश है। काम का प्रेशर दिन- प्रतिदिन बढ़ता ही जाता है। ऐसे में जरुरी है कि हर इंसान एक्टिव बने और आलस को त्याग दें। जैसा की आप भी जानते हैं आलसी जीवन जीने से कुछ भी नहीं मिलने वाला है। अगर आप आलस का जीवन जी रहे है तो समझ लीजिए आप अपने लिए बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। क्यूंकि आलास भरा जीवन सिर्फ और सिर्फ आपको हानि ही पहुंचाता है। यह जीवन में कहीं न कहीं दिखाई देता है, हम अपने कार्यों, परेशानियों आदि को भूल जाते हैं, जब आलस्य होता है और जब समय बीत जाता है, तो हम आलस्य को रोते हैं, खुद को दोष देते हैं, पश्चाताप करते हैं कि कास समय से ये काम कर लिया होता। और जीवन परेसानियो से घिर जाता है।

इसमें आचार्य चाणक्य कहते है >


 

तो मनुष्य को आलस से दूर रहना चाहिए। आलस मनुष्य के लिए जीवन भर दुख देने वाला है। इसलिए हमें
जीवन में ये बदलाव लाने भी जरूरी है।

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